मौसम भी यार है गुलशन घरबार है
बरखा का साथ है कैसी सौगात है
अब जाए कब आए कैसे बोलो
जिनके साथ दिल लगता है उनके साथ होलो
जाना कहाँ था हमको कहाँ हम चल दिए
छोटी छोटी हसरातों में हम घुल मिल गये
सोच के क्या निकले थे यह क्या हम कर गये
जो कहते वो नई करते ना इन में रेह गये
रब यह जाने अब क्या होगा रास्ता है मुश्किल
किस चौराहे पे खड़े है यार
कितने अरमान है कैसे अंजाम है
बरसों का काम है लम्हों पे नाम है
देर से आए जैसे आए बोलो
जिनके साथ दिल लगता है उनके साथ हो लो
मिट्टी का बर्तन हो बर्तन में हो सोना
सोने के बर्तन में मिट्टी ऐसा नई होना
आसमान अगर छत है ये धरती बिछोना
अंबार को दे साया कौन धरती का क्या कोना
रब ये जाने कैसा होता केहना है मुश्किल
है उस पार भी घरबार यार
चेहरा हिजाब है गेहरा जवाब है
सच है या ख्वाब है सब का हिसाब है
अब कैसे सबको बतलाए बोलो
जिनके साथ दिल लगता है उनके साथ होलो
हम्म हम्म हम्म हम्म
हम्म हम्म हम्म