Lyrics
केहने को हम पास है पर
कितनी दूरी है
ये भी कैसी मज़बूरी है
तुमसे हमदर्दी भी नहीं कर सकता मैं
मेरे बस की बात नहीं है
मैं ये बेहते आंसू पोछुं
उतनी मेरी औकात नहीं है
मै भी यहीं हूं तुम भी यहीं हो
पर सच ये है मैं हूं कहीं
तुम और कहीं
केहने को हम पास है पर
कितनी दूरी है
ये भी कैसी मज़बूरी है
जावेद अख्तर
Raleigh Music Publishing LLC