लहरों को
पैरों पे आने दे
खयालों क्या,
सोच मत बस
जाने दे
देखे जिधर भी तू
नज़र की
यह बात है
दुःख भी तो एक सिरा
ख़ुशी भी है एक सिरा
जो है सो है
कहता मैं चला
हैरत में देखे
ये जहाँ
जो है सो है
कहता मैं चला
हैरत में देखे
ये जहाँ
ये जहाँ
ये जहाँ
कौन है तू
पूछते हैं वो
देखकर तुझे
डरते हैं वोह
पर दुनिया से तू
डरता नहीं अब
डरता नहीं अब
जो है सो है
कहता मैं चला
हैरत में देखे
ये जहाँ
जो है सो है
कहता मैं चला
हैरत में देखे
ये जहाँ