歌詞
चाहत मेरी रंग लायी तो
चाहत मेरी रंग लायी तो
मैं पागल सी होने लगी
पहली दफा इस दिल में भी
हलचल सी होने लगी
हलचल सी होने लगी
आके तेरी इन बाहों में
आके तेरी इन बाहों में
तू दुल्हन सी होने लगी
पहली दफा इस दिल में भी
हलचल सी होने लगी
हलचल सी होने लगी
कल भी ये दुनिया नज़ारे लिए थी
बहारों का मौसम भी था
कल भी सजा था चाँद गगन पे
सितारों का आलम भी था
आज फिर क्यों सब कुछ नया
लगने लगा है मुझे
और पास आ जानेमन
जी भरके देखूँ तुझे
तीर ए नज़र ऐसा चला
तीर ए नज़र ऐसा चला
मैं घायल सी होने लगी
पहली दफा इस दिल में भी
हलचल सी होने लगी आ आ आ
हलचल सी होने लगी
आके तेरी इन बाहों में
आके तेरी इन बाहों में
तू दुल्हन सी होने लगी
पहली दफा इस दिल में भी
हलचल सी होने लगी हा हा हा
हलचल सी होने लगी
हर बात दिल की कह दी है खुलके
कुछ भी छिपाया नहीं
साथ रहोगे कब तक मेरे
ये तो बताया नहीं
साथ साथ रहना हमें
अब ना जुदा होंगे हम
जान से भी प्यारी लगे
तेरी वफ़ा ओ सनम
तेरे बिना अब ज़िन्दगी
तेरे बिना अब ज़िन्दगी
मुश्किल सी होने लगी
पहली दफा इस दिल में भी
हलचल सी होने लगी हा हा हा
हलचल सी होने लगी
आके तेरी इन बाहों में
आके तेरी इन बाहों में
तू दुल्हन सी होने लगी
पहली दफा इस दिल में भी
हलचल सी होने लगी
हलचल सी होने लगी
रुरुरुरुरुरुरुरुरुरु
रुरुरुरुरुरुरुरुरुरु
ANU MALIK, FAIZ ANWAR
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