歌詞
रुक क्यूँ गये बजा
आज निकली वो बनके
चाँद हाए तौबा
देखके उसको होश उड़े
कुछ तो नशा होगा
आज निकली वो बनके
चाँद हाए तौबा
देखके उसको होश उड़े
कुछ तो नशा होगा
लगती कमाल है
हुस्न-ए-बवाल होये होये
लगती कमाल है हुस्न-ए-बवाल
वो कुड़ी कहाँ मिलती है
सपने में मिलती है
ओह कुड़ी मेरी सपने में मिलती है
सपने में मिलती है
ओह कुड़ी मेरी सपने में मिलती है
सारा दिन गुणघते में बंद पूडिया सी
सारा दिन गुणघते में बंद पूडिया सी
अँखियों में खुलती है
इतनी वो सोनी है ना कोई होनी है
इतनी वो सोनी है ना कोई होनी है
मेरी नियत फिसलती है
ओह कुड़ी मेरी, ओह कुड़ी मेरी
अरे बातें तेरी झूट है
तू मुंडा बड़ा क्यूट है
अरे बातें तेरी झूट है
तू मुंडा बड़ा क्यूट है
यही एक ग़लती है ओह मुंडा मेरा
ओह मुंडा मेरा
जिसके ख़याल से है तेरा बुरा हाल
वो कुड़ी कहाँ मिलती है
सपने में मिलती है
ओह कुड़ी मेरी सपने में मिलती है
सपने में मिलती है
ओह मुंडा मेरी सपने में मिलता है
सपने में मिलती है
ओह कुड़ी मेरी सपने में मिलती है
सपने में मिलती है
ओह मुंडा मेरी सपने में मिलता है
सपने में मिलती है
ओह कुड़ी मेरी सपने में मिलती है
सपने में मिलती है
ओह कुड़ी मेरी सपने में मिलती है
DJ CHETAS, GULZAR, KUMAAR, LIJO GEORGE, VISHAL
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