歌詞
भला बुरा बुरा भला है
खोटे पर सब खरा पला है
भला बुरा बुरा भला है
खोटे पर सब खरा पला है
झूठ सच का क्या पता है
एक ग़म एक बड़ी बला है
चाल ढाल सब एक जैसी
सारा कुछ ही नपा तुला है
सच के सर जब धुंआ उठे तो
झूठ आग में जला हुआ है
भला बुरा बुरा भला है
खोटे पर सब खरा पला है
काला है तो काला होगा
मौत का ही मसाला होगा
चुना कत्था ज़िन्दगी तो
सुपारी जैसा छाला होगा
पाप ने जना नहीं तो
पापियों ने पाला होगा
थूक से निकल गया था
भूख से निकाला होगा
भला बुरा बुरा भला है
खोटे पर सब खरा पला है
वो जो अब कहीं नहीं है
उस पे भी तो यकीं नहीं है
रहता है जो फ़लक फ़लक पे
उसका घर भी ज़मीं नहीं है
अक्ल का ख़याल अगर हो
शक्ल से भी हसीं नहीं है
पहले हर जगह पे था वो
सूना है अब वो कहीं नहीं है
भला बुरा बुरा भला है
खोटे पर सब खरा पला है
भला बुरा बुरा भला है
खोटे पर सब खरा पला है
भला बुरा बुरा भला है
खोटे पर सब खरा पला है
आ हा
ANU MALIK, Gulzar, SAMPOORAN SINGH GULZAR
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