Tere Darbar Me
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सुनिये सकल जगत के वासी ।
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योग हृदय वृत्त केन्द्र बिन्दु
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तन इन्द्रिन संग माया देखूँ,
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गुरु कीजै भव निधि
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छन छन पल पल समय सिरावे
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भव में बहुतक दुक्ख युगन युग रोवहू
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गुरुदेव दानि तारन,
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जय जयति सद्गुरु जयति
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आगे माई सतगुरु खोज करहु
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सुरत सम्हारो अधर चढ़ाओ,
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भजो भजो गुरुदेव हो भाई,
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गुरू गुरू गुरुदेव जी ॥
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आहो भाई होऊ गुरु आश्रित हो,
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गंग जमुन जुग धार मधहि सरस्वति बही
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