आई बाहर खिलते हैं गुल
जाता कहा हैं मेरे बुल बुल
आई बाहर खिलते हैं गुल
जाता कहा हैं मेरे बुल बुल
तू भी जावा में भी हसी हूँ
तू भी यहा में भी यही हूँ
अरे तू भारी तू मेरी जान प्यार से मिल
आई बाहर खिलते है गुल
जाता कहा हैं मेरे बुल बुल
आई बाहर खिलते हैं गुल
जाता कहा हैं मेरे बुल बुल
पहली नज़र से मुझे मारा
फिर मारा हास हास के दोबारा
मारती हूँ जल्दी से अब रख दे
मेरे लबो के ये लब रख दे
पहली नज़र से मुझे मारा
फिर मारा हस हस के दोबारा
मारती हूँ जल्दी से अब रख दे
मेरे लबो के ये लब रख दे
तरसू तेरे आगे
जन्मो की में प्यासी
सिटी के ओ सागर
समझो मेरी उदासी
ऐसे मिल हम डूब जाए
दूँगी तुझको में दुआएँ
अरे तू भारी तू मेरी जान
प्यार से मिल
आई बाहर खिलते हैं गुल
जाता कहा हैं मेरे बुल बुल
आई बाहर खिलते है गुल
जाता कहा है मेरे बुल बुल
होता है जो आज होने दे
में तोड़ आई सभी फंदे
जब में नही जाने वाली हूँ
तुमको सनम कैसे जाने डू
अरे होता हैं जो आज होने दे
में तोड़ आई सभी फंदे
जब में नही जाने वाली हूँ
तुमको सनम कैसे जाने डू
मुस्किल से हाथ
आए जाओगे आज कैसे
आजा करीब आजा ऐसे नही ऐसे
सारे रास्ते हे इधर को
जाओगे तू अब किधर को
अरे तू भारी तू मेरी जान
प्यार से मिल
आई बाहर खिलते हैं गुल
जाता कहा हैं मेरे बुल बुल
आई बाहर खिलते हैं गुल
जाता कहा हैं मेरे बुल बुल
तू भी जावा में भी हसी हूँ
तू भी यहा में भी यही हूँ
अरे तू भारी तू मेरी जान
प्यार से मिल
आई बाहर खिलते हैं गुल
जाता कहा है मेरे बुल बुल
आई बाहर खिलते हैं गुल
जाता कहा है मेरे बुल बुल