जाओ ना जाओ ना
तुम जो हो तो कह रही हे हवा
तुम जो हो तो रेशमी सी है फ़िज़ा
जाओ ना जाओ ना
जाओ ना जाओ ना
तुम जो हो तो कह रही हे हवा
तुम जो हो तो रेशमी सी है फ़िज़ा
जाओ ना जाओ ना
जाओ ना जाओ ना
फिर ना यह रात आएगी
फिर ना यह रुत छाएगी
फिर ना यूँ मिलना होगा
फिर ना जाने क्या होगा
जाओ ना जाओ ना
जाओ ना जाओ ना
यह रात थोड़ी तो ढालने दो
धीरे धीरे इसको पिघलने दो
आयेज है दो राह माना मगर
थोड़ी दूर तो साथ चलने दो
यह रात थोड़ी तो ढालने दो
धीरे धीरे इसको पिघलने दो
आयेज है दो राह माना मगर
थोड़ी दूर तो साथ चलने दो
खोने वाली हो कल तुम
रुक सको जो दो पल तुम
कुछ तुम्हारी तस्वीरें
रख लून अपनी आँखों में
जाओ ना जाओ ना
जाओ ना जाओ ना