खोये थे कहाँ हम फासले जो हो गए
ढूंढें किस जहाँ में गुम कहाँ तुम हो गए
चाहा है कितना तुझको
तुमको कैसे समझाएं
खुद को ही खुद से तो हम
कर बैठे हैं पराये
राह तक तेरी पलकें हो गई नम
तू आजा आजा ओ पिया
तू आजा आजा माहिया
तू आजा आजा ओ पिया
तू आजा माहिया
तू आजा आजा ओ पिया
तू आजा आजा माहिया
तू आजा आजा ओ पिया
तू आजा माहिया
तेरी रूह से जुड़े हम तेरे रंग में ढल चुके
तुझसे ही तो शुरू हम सब तुझपे खो चुके
हो तू ना संग मेरे तो सांसें भी ना चले
डर से भी डरता ये दिल तेरे दूर होने के
देदे हमको तू सज़ा
हुई है हमसे जो खता
जिए अब कैसे यूँ भला
तू आजा माहिया
तू आजा आजा ओ पिया
तू आजा आजा माहिया
तू आजा आजा ओ पिया
तू आजा माहिया
तू आजा आजा ओ पिया
तू आजा आजा माहिया
तू आजा आजा माहिया
तू आजा माहिया