जो बिगड़ गई वो किस्मत हूँ
जो बिगड़ गई वो किस्मत हूँ
जो उजड़ गई वो दुनिया हूँ
जो बिगड़ गई वो किस्मत हूँ
मैं खिली कली की सूरत में
मैं खिली कली की सूरत में
अब किसी के दिल का कटा हूँ
जो बिगड़ गई वो किस्मत हूँ
जो उजड़ गई वो दुनिया हूँ
जो बिगड़ गई वो किस्मत हूँ
थी हँसी उन्हीं के हँसने की
थी हँसी उन्हीं के हँसने की
सब खुशी थी दिल के मिलने की
वो बिछड़ गए तो मरती हूँ
वो बिछड़ गए तो मरती हूँ
वो मिले तो मरकर जिंदा हूँ
जो बिगड़ गई वो किस्मत हूँ
जो उजड़ गई वो दुनिया हूँ
जो बिगड़ गई वो किस्मत हूँ
दिल लगाके धोखा खाया है
दिल लगाके धोखा खाया है
ग़म उठाके हंसना पड़ता है
ग़म उठाके हंसना पड़ता है
जिस दिये की लौ पर जलना है
जिस दिये की लौ पर जलना है
उस दिये की मैं परवाना हूँ
जो बिगड़ गई वो किस्मत हूँ