परी रे तू
परी रे तू कहाँ की परी धरती पे आई कैसे
परी रे तू कहाँ की परी धरती पे आई कैसे
कैसे कहूँ लगन तेरी यहाँ मुझे लाई कैसे
के जाने-जाँ बंधी चली आई कैसे
जन्नत से आई पिया मैं तुझे लेने
शुक्रिया जी यहाँ मैं हूँ मज़े में
दुनिया हमारी है सितारों की दुनिया
मेरी भी दुनिया बहारों की दुनिया
रानी गगन की कहती है आ जा
मैं भी हूँ अपनी धरती का राजा
रानी गगन की कहती है आ जा
मैं भी हूँ अपनी धरती का राजा
कहना चाहे तू क्या जाने आ मेरे संग दीवाने
दिखलाऊं अपना जहाँ
परी रे तू कहाँ की परी धरती पे आई कैसे
कैसे कहूँ लगन तेरी यहाँ मुझे लाई कैसे
के जाने-जाँ बंधी चली आई कैसे
ओ ओ हो ओ
आ आ आ आ
ओ ओ हो ओ
मेरे जहाँ में हीरे मोती के महल हैं
मेरे जहाँ में भी तो यारो के दिल हैं
मस्ती में डूबी हवा मेरे चमन में
मेहनत की खुशबू यहाँ की पवन में
अपनी ज़मीं है जन्नत हमारी
ठुकराओ ना यूँ चाहत हमारी
अपनी ज़मीं है जन्नत हमारी
ठुकराओ ना यूँ चाहत हमारी
ना कर ऐसी सीना-तानी
सुन ओ परियों की रानी
तू कहाँ ओर मैं कहाँ
कैसे कहु लगन तेरी यहाँ मुझे लाई कैसे
परी रे तू कहाँ की परी धरती पे आई कैसे
के बोलो जी छवि दिखलाई कैसे